जोधपुर – राजस्थान सरकार ने राज्य के उन छात्रों के लिए एक नई पहल शुरू की है जो अपनी पढ़ाई के लिए घर से दूर रहकर किसी अन्य शहर में किराये पर कमरा लेकर रह रहे हैं। इस योजना का नाम “अंबेडकर डीबीटी वाउचर योजना” है और इसके अंतर्गत पात्र छात्रों को प्रतिमाह 2000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे उन्हें अपने आवास, भोजन और अन्य जीवन यापन के खर्चों में सहायता मिलेगी। इस योजना का लाभ शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए प्रदान किया जा रहा है, और इच्छुक छात्र 30 नवम्बर 2024 तक आवेदन कर सकते हैं।
योजना का उद्देश्य और लाभ
राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई यह योजना उन छात्रों के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराती है जो अपने घर से दूर किसी अन्य शहर में पढ़ाई कर रहे हैं और जिनके पास खुद की आर्थिक व्यवस्था सीमित है। इस योजना के अंतर्गत 5500 छात्रों को प्रतिमाह 2000 रुपये प्रदान किए जाएंगे, जो दस महीने तक हर वर्ष उनके खाते में जमा होंगे। इसका उद्देश्य उन छात्रों को आर्थिक सहयोग देना है, जिनके पास पढ़ाई के साथ-साथ किराये का खर्च वहन करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
पात्रता की आवश्यकताएँ
इस योजना का लाभ उठाने के लिए छात्रों को कुछ पात्रता शर्तें पूरी करनी होंगी। ये शर्तें यह सुनिश्चित करती हैं कि सही जरूरतमंद छात्र ही इस सहायता का लाभ उठा सकें। पात्रता की शर्तें निम्नलिखित हैं:
- राजस्थान का स्थायी निवासी होना आवश्यक – इस योजना का लाभ केवल राजस्थान राज्य के मूल निवासियों को ही मिलेगा। छात्र को राजस्थान का निवासी प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
- माता-पिता की वार्षिक आय सीमा – योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए छात्रों के माता-पिता की वार्षिक आय एक निश्चित सीमा में होनी चाहिए:
- अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), और अति पिछड़ा वर्ग (एसबीसी) वर्ग के छात्रों के लिए वार्षिक आय सीमा 2.50 लाख रुपये तक है।
- अन्य वर्ग के छात्रों के लिए वार्षिक आय सीमा 1.50 लाख रुपये तक निर्धारित की गई है।
- किराये पर रहना आवश्यक – यह योजना उन छात्रों के लिए है जो पढ़ाई के लिए अपने घर से दूर किसी अन्य शहर में किराये पर रहते हैं। अगर छात्र के माता-पिता उसी शहर में रहते हैं जहां वह पढ़ाई कर रहा है, तो वह इस योजना का लाभ नहीं ले सकेगा।
- शैक्षणिक योग्यता – योजना का लाभ केवल स्नातक और स्नातकोत्तर (विशेष रूप से कला, विज्ञान, और वाणिज्य संकाय) में अध्ययनरत छात्रों को ही मिलेगा।
आवेदन प्रक्रिया
इस योजना के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया बहुत ही सरल और ऑनलाइन है। छात्र ई-मित्र पोर्टल के माध्यम से एसएसओ आईडी का उपयोग करके ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यह प्रक्रिया 30 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है और 30 नवम्बर तक जारी रहेगी। यह सुनिश्चित करने के लिए कि अधिक से अधिक जरूरतमंद छात्र इस योजना का लाभ उठा सकें, आवेदन की पूरी प्रक्रिया डिजिटल माध्यम से उपलब्ध कराई गई है, जिससे किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
योजना का संचालन और वितरण
इस योजना का संचालन समाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा किया जा रहा है। विभाग इस बात का ध्यान रखेगा कि योजना का लाभ सही समय पर छात्रों तक पहुँचे और कोई भी पात्र छात्र इससे वंचित न रहे। योजना के अंतर्गत हर वर्ष 20000 रुपये प्रति छात्र प्रदान किए जाएंगे, जो दस महीने तक 2000 रुपये प्रतिमाह के रूप में दिए जाएंगे। इस राशि का उपयोग छात्र अपनी किराये की व्यवस्था, भोजन और अन्य बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए कर सकेंगे।
योजना के लाभों का प्रभाव
राजस्थान सरकार की इस पहल से राज्य के हजारों छात्रों को अपने शिक्षा के सफर में आर्थिक मदद मिलेगी। यह योजना उन छात्रों को प्रोत्साहित करेगी जो अपने घर से दूर रहकर उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। किराये और अन्य आवश्यक खर्चों के लिए मासिक 2000 रुपये की सहायता उन छात्रों के लिए सहायक सिद्ध होगी जिनके पास आर्थिक संसाधन सीमित हैं। इसके अलावा, इस योजना से छात्रों का आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ना भी संभव होगा, जो कि राज्य के विकास में सकारात्मक भूमिका निभाएगा।
निष्कर्ष
“अंबेडकर डीबीटी वाउचर योजना” राजस्थान सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो छात्रों के शिक्षा के सफर को आसान बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस योजना के माध्यम से सरकार न केवल शिक्षा के क्षेत्र में सुधार कर रही है, बल्कि उन छात्रों का समर्थन भी कर रही है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए घर से दूर रहकर संघर्ष कर रहे हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र छात्र जल्द से जल्द आवेदन करें और अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने में इसे सहायक बनाएं।
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