मध्यप्रदेश सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए अपनी लाड़ली बहना योजना में एक महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए आर्थिक सहायता में वृद्धि का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस योजना के तहत महिलाओं को मिलने वाली सहायता राशि को और बढ़ाने का प्रस्ताव किया है, जिससे महिलाओं को अधिक आर्थिक संबल मिल सके। वर्तमान में इस योजना के तहत महिलाओं को 1,250 रुपये प्रति माह मिल रहे हैं, लेकिन सरकार का लक्ष्य है कि भविष्य में यह राशि और बढ़ाई जाए, ताकि महिलाएं अपनी आर्थिक स्थिति को सशक्त बना सकें।
1.29 करोड़ महिलाओं को 1,573 करोड़ रुपये की राशि
इंदौर के नेहरू स्टेडियम में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह ऐलान किया कि नवंबर महीने के तहत 1.29 करोड़ महिलाओं को 1,573 करोड़ रुपये की राशि सीधे उनके बैंक खातों में भेजी गई है। यह राशि सीधे महिलाओं के खातों में हस्तांतरित की गई, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके। इसके अलावा, इस कार्यक्रम में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत 55 लाख लाभार्थियों को 333 करोड़ रुपये और 26 लाख महिलाओं को गैस सिलेंडर रिफिल के लिए 55 करोड़ रुपये की राशि भी प्रदान की गई।

महिलाओं के आरक्षण में वृद्धि: 33% से 35%
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महिलाओं को प्रोत्साहन देने के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने घोषणा की कि सरकारी सेवाओं में महिलाओं का आरक्षण 33% से बढ़ाकर 35% किया जाएगा। यह निर्णय महिलाओं के लिए सरकारी सेवाओं में अधिक अवसर पैदा करेगा और उनके सशक्तिकरण को और मजबूती प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कदम राज्य सरकार की महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण पहल है, जो समाज में महिलाओं के सम्मान और उनके अधिकारों को बढ़ावा देगा।
प्रधानमंत्री मोदी का आभार
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने संसद में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण की घोषणा की थी। डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा यह ऐतिहासिक कदम महिलाओं को उनके हक और अवसर प्रदान करने के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
तलवारबाजी में वर्ल्ड रिकॉर्ड: नारी शक्ति का अद्वितीय प्रदर्शन
कार्यक्रम के दौरान नारी शक्ति का एक अद्वितीय प्रदर्शन हुआ, जब हजारों महिलाओं और बालिकाओं ने सामूहिक रूप से तलवारबाजी की और यह प्रदर्शन वर्ल्ड रिकॉर्ड के रूप में दर्ज हुआ। यह आयोजन लोकमाता अहिल्या देवी की 300वीं जयंती के अवसर पर किया गया था, और इसका उद्देश्य महिलाओं को सम्मानित करना था। इस आयोजन ने महिलाओं की शक्ति और एकता को प्रदर्शित किया, जिससे यह संदेश गया कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं।

उज्ज्वला योजना: महिलाओं के लिए राहत
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उज्ज्वला योजना का भी जिक्र किया, जिसके तहत महिलाओं को सस्ती दरों पर रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस योजना के अंतर्गत 450 रुपये में गैस सिलेंडर प्रदान किए जा रहे हैं, जिससे महिलाओं को अपने घरेलू खर्चों में राहत मिल सके। अब तक 26 लाख से अधिक महिलाएं इस योजना का लाभ उठा चुकी हैं, और उनके आधार से जुड़े बैंक खातों में गैस सिलेंडर सब्सिडी की राशि सीधे भेजी जा रही है।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लाड़ली बहना योजना के माध्यम से राज्य सरकार महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन, स्वास्थ्य, पोषण और निर्णय लेने की क्षमता को सशक्त बना रही है। इस योजना से जुड़ी विभिन्न पहलें राज्य सरकार की महिलाओं के प्रति प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दिखाती हैं। सरकार की यह कोशिश है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में समान अवसर मिले और उनका उत्थान हो, ताकि वे समाज में अपना योगदान और भूमिका निभा सकें।
कार्यक्रम में प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव और प्रसिद्ध अभिनेत्री जयाप्रदा सहित कई प्रमुख गणमान्य लोग मौजूद थे। इन सभी की उपस्थिति से यह कार्यक्रम और भी भव्य बना, और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को और मजबूत किया।
निष्कर्ष: महिलाओं के लिए नया युग
कुल मिलाकर, लाड़ली बहना योजना और अन्य योजनाओं के तहत दी जा रही आर्थिक सहायता से महिलाओं को सशक्त बनाने में मध्यप्रदेश सरकार ने एक नया अध्याय शुरू किया है। यह योजनाएं केवल वित्तीय सहायता तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार, उनके आत्मविश्वास में वृद्धि और समाज में उनकी भूमिका को मजबूत करने का प्रयास हैं। इन प्रयासों से न केवल महिलाओं का सशक्तिकरण होगा, बल्कि पूरे राज्य की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
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